फिलिस्तीन की आजादी के लिए संघर्षरत हमास ने कैदियों की अदला बदली समझौते की संभावना के बारे मे कहा कि जब तक गज़्ज़ा के पुनर्निर्माण और ज़ायोनी सेना की वापसी सुनिश्चित नहीं होती अब कोई समझौता नहीं होगा।
ज़ायोनी कैदियों की आजादी के बदले में हमास ने युद्ध विराम, ज़ायोनी सैनिकों की वापसी, मानवीय सहायता की मुक्त पहुंच और गज़्ज़ा के पुनर्निर्माण को अपनी बुनियादी शर्तें दोहराई हैं।
हमास के राजनीतिक कार्यालय के सदस्य बासेम नईम ने कहा कि अगर ज़ायोनी शासन इन शर्तों को मानता है, तो हम सभी ज़ायोनी बंदियों को रिहा करने के लिए तैयार हैं।
बासेम नईम ने कहा कि ये प्रस्ताव तीसरे पक्षों के अलावा अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष भी प्रस्तुत किये गये हैं, और कभी-कभी हमे सही प्रतिक्रियाएं भी मिली हैं।
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